डबल म्यूटेंट (Double Mutant) वैरिएंट क्या है (Double Mutant Covid Variant)- कोरोना के प्रकोप से अभी देश पूरी तरह से उभर भी नहीं पाया था, कि देश में एक बार फिर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है| हालाँकि देश में वैक्सीनेशन का कार्य लगातार जारी है, इसके बावजूद पंजाब और महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में हालात काफी बिगड़ते जा रहे है| एक तरफ देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता में है, वही दूसरी ओर कोरोना के एक नये वैरिएंट नें लोगो के साथ-साथ सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
आपको बता दें, कि देश में कोरोना के एक नये वेरिएंट ‘डबल म्यूटेंट’ से संक्रमित लोग मिले है, और अब यह देश में निरंतर फैलता जा रहा है| डबल म्यूटेंट (Double Mutant) वैरिएंट क्या है, वैक्सीन, म्यूटेशन और वैरियंट में अंतर क्या होता है ? इसके बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी विस्तार से दे रहे है|
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डबल म्यूटेंट वैरिएंट क्या है (What Is Double Mutant Variant)
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दरअसल डबल म्यूटेंट वैरिएंट कोरोना वायरस का ही एक नया रूप है, जो बहुत ही तेजी से फैलता है| हालाँकि इसे लेकर अभी शुरुआती जानकारी ही सामने आई है, कि कोरोना का यह प्रकार अधिक संक्रामक है| सबसे खास बात यह है, कि यह शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र अर्थात इम्यून सिस्टम से बचनें में सक्षम है|
कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट बॉडी के इम्यून सिस्टम से बचकर शरीर में संक्रमण के स्तर को तीव्र गति से बढ़ाता है| हालाँकि अभी बात का कोई साक्ष्य नहीं मिला है, कि देश में बढ़नें वाले इस संक्रमण के पीछे कोरोना का यह नया वैरिएंट ही है| भारत में जो ‘डबल म्यूटंट’ वैरिएंट है वो E484Q और L452R म्यूटेशंस का कॉम्बिनेशन है।
डबल म्यूटेंट वैरिएंट का अर्थ यह है, कि एक ही व्यक्ति कोरोना वायरस के 2 अलग-अलग तरह के वैरिएंट से संक्रमित होना है, सरल शब्दों में डबल इंफेक्शन कह सकते हैं| आपको बता दें कि अभी तक देश के लगभग 19 राज्यों में ‘वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न्स’ (VOCs) पाए गए हैं। इस तरह का पहला मामला दुनिया में सबसे पहले ब्राजील में पाया गया था|
डबल म्यूटेंट वैरिएंट कितना खतरनाक है (How Dangerous Is Double Mutant Variant)
डबल म्यूटेंट वैरिएंट पहले की अपेक्षा काफी खतरनाक है, क्योंकि यह बॉडी के इम्यून सिस्टम से बचनें में पूरी तरह से सक्षम है, इसके साथ ही यह प्रतिरक्षा तंत्र से बहुत ही तेजी से संक्रमण फैलाता है| यह वायरस इसलिए अधिक खतरनाक है, क्योंकि इसमें वायरस के एक रूप के बदलाव हुए हैं।
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट नें पंजाब के साथ-साथ पूरे देश के लोगो में हलचल पैदा कर दी है| मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोरोना का यह नया रूप यूके से आया है| हाल ही में 401 लोगो के नये सैंपल लिए गये, जिसमें से 81% लोगो में यह नया वैरिएंट पाया गया है| दिल्ली के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (National Centre for Disease Control-NCDC) के अनुसार, 81 प्रतिशत सैंपल में नए वैरिएंट की पहचान B 1.1.7 के रूप में हुई है|
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म्यूटेशन और वैरियंट में अंतर (Difference Between Mutations And Variants)
हम सभी जानते है, कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है| इसी प्रकार वायरस में भी निरंतर कुछ बदलाव होते रहते है| जिसके कारण प्राकृतिक रूप से वायरस की आन्तरिक संरचना में बदलाव होता रहता है| जब किसी वायरस का स्वरुप परिवर्तित होता है और जब यह क्रिया पूरी नहीं होती है, तो उसके कुछ घटक छूट जाते हैं, जिसे हम म्यूटेशन (Mutation) कहते हैं और जब म्यूटेशन का प्रभाव इंसानों पर होता है, तो उसे वैरिएंट(Variant) कहा जाता है।
सरकार द्वारा लगातार प्रयास जारी (Continued Efforts By The Government)
देश में फैलनें वाले कोरोना के इस नये वैरिएंट की पूरी जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) के विस्तार को समझने के लिए भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स INSACOG कंसोर्टियम स्थापित किया गया है। INSACOG जीनोम सिक्वेंसिग वायरस के फैलने की जांच कर रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, कि महाराष्ट्र से लिए गये सैंपल के एनालिसिस से यह जानकारी प्राप्त हुई है, कि दिसंबर 2020 के मुकाबले कोरोना के सैंपल में E4840Q और L452R म्यूटेशन के अंशों में बढ़ोतरी हुई है। यह वैरिएंट शरीर के इम्यून सिस्टम से बचकर संक्रमण फैलाता है।
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