बच्चों का पढ़ाई में मन कैसे लगाये- किसी भी बच्चे का सबसे पहला विद्यालय और पहले शिक्षक उनके माता-पिता होते हैं| जन्म के बाद शिशु लगातार माता-पिता के साथ रहकर बोलना, खाना, पीना, खेलना, लिखना या अन्य गतिविधियां करना सीखता है। छोटे बच्चे के लिए यह एक औपचारिक विद्यालय जैसा होता है। माता-पिता बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही सही-गलत की पहचान कराते हुए उनका स्वर्णिम भविष्य बनाने का कार्य करते हैं। माता-पिता का व्यवहार और क्रियाओं का उनके बच्चों पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
यदि घर में कुछ गलत होता है, तो बच्चे गलत सीखते हैं। यदि घर का वातावरण सही होता है, तो बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है। इसलिए सबसे पहले माता-पिता की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। अधिकांश बच्चों का पढ़नें में मन नही लगता है| यह समस्या किसी एक बच्चे की नहीं बल्कि अधिकांश बच्चों की है। वर्तमान समय में प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है, ऐसे में बच्चों पर प्रेशर भी बहुत होता है। मुख्य समस्या यह है, कि बच्चा पढ़ना तो चाहता है परन्तु पढ़ाई में मन केंद्रित नहीं रहता। बच्चों का पढ़ाई में मन कैसे लगाये ? इसके बारे में इस पेज पर आपको विस्तार से बता रहे है|
सुबह जल्दी उठने की आदत कैसे डाले, जानिये ये 10 तरीके
बच्चों का पढ़ाई में मन लगानें के सरल उपाय
विषयसूची
1. पढ़ाई के लिए उपयुक्त स्थान का चयन
वातावरण का पढ़ाई पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए पढ़ाई के लिए एक ऐसे स्थान का चयन करे जहाँ शांति रहे, जहाँ ना ही अधिक गर्मी हो और ना ही अधिक सर्दी। बैठने के लिए सही टेबल-चेयर हो तथा किताबें तथा अन्य सामान व्यवस्थित तरीके से रखा हो ।
2. नियमित पढ़ाई हेतु टाइम टेबल बनाए
पढ़ाई को नियमित करनें के लिए टाइम टेबल चार्ट बनाए और निर्धारित समयनुसार ही पढ़ाई करे । हालाँकि शुरुआत में कुछ अजीब लगेगा परन्तु एक सप्ताह के बाद आपको किसी प्रकार की समस्या नही होगी, और धीरे-धीरे आप समय के अनुसार पढ़नें लगेंगे|
3. टाइम टेबल के अनुसार पर्याप्त नींद ले
जिस प्रकार हमारे लिए खाना, पानी और अन्य अवश्यतायें आवश्यक है, उसी प्रकार नींद भी पूरी होना आवश्यक है| यदि नींद पूरी नहीं होगी तो पढ़ाई या किसी अन्य कार्य में भी मन नहीं लगेगा। अच्छी नींद से हॉर्मोन सही तरीके से रेगुलेट होते हैं, जिससे हमारा मस्तिष्क तेज होता है, और शरीर को भी आराम मिलता है| जिससे पढ़ा हुआ याद रखने में मदद मिलती है। एक छात्र को 6-7 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए|
GOOGLE ने बच्चों के इंटरनेट इस्तेमाल के बदले नियम, यहाँ पढ़े पूरी खबर
4. शुरुआत में पढ़ाई का समय कम रखे
हमारा मन एक बंदर की तरह होता है, जो निरंतर इधर- उधर घूमता रहता है। एक पल में ही यह कही भी चला जाता है| इसे तत्काल नियंत्रित करना काफी कठिन होता है, इसलिए शुरुआत में पढ़ाई का समय कम रखे| इस समय को धीरे-धीरे बढ़ाए।
5. अपनी प्रोग्रेस पर रखे ध्यान
पढ़ाई के साथ-साथ अपनी प्रोग्रेस अर्थात उन्नति पर भी ध्यान देना आवश्यक है, इससे सफलता के साथ-साथ आपको प्रेरणा भी मिलती है, साथ ही आत्म विश्वास बढ़ता है| आप स्वयं से कुछ प्रश्न करे जैसे- इस हफ्ते आपका मेन टारगेट क्या है, क्या आपका टाइम टेबल और तरीके आपके लिए सही वर्क कर रहे है, यदि नहीं तो इसमें और सुधार कैसे किया जा सकता है| इससे आपको ज्ञात होगा कि आप प्रोग्रेस कर रहे हो या नहीं।
एग्जाम की खोज किसने और कब की? यहां जानिए पूरी कहानी
6. अपनें आप को स्वस्थ रखे स्वस्थ्य
पढ़ाई के लिए मन का स्वस्थ होना आवश्यक है, जब हम पूर्णतया स्वस्थ होंगे तभी हमारे मन में अच्छे अच्छे विचार भी आते है और पढाई में भी मन लगता है, इसलिए स्वयं को स्वस्थ रखना अत्यंत आवश्यक है| अपनें आप को स्वस्थ्य रखने के लिए सुबह टहलनें जाना, व्यायाम, समय पर भोजन करना और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाए रखना भी जरुरी होता है, कहा भी जाता है – स्वस्थ्य शरीर स्वस्थ्य मन का घर होता है|
7. याद करने के बाद जरुर लिखे
हम एक लम्बे समय तक याद करते है, परन्तु याद किये हुए विषय को लिखते नही है, जिससे कुछ समय बाद ही याद किया हुआ विषय भूल जाते है| यदि आप के साथ भी ऐसा घटित हो रहा है, तो याद करनें के उपरांत उसे बिना देखे लिखे और यह प्रकिया कुछ दिनों के अन्तराल पर दोहराते रहे|
आवास प्रमाण पत्र क्या होता है | Residential Certificate Online Application Form
Pingback: प्रधानमंत्री पोषण योजना क्या है | PM Poshan Scheme In Hindi