लॉकडाउन के दोरान हम में से बहुत से लोग अपनी जॉब को लेकर चिन्तित होकर यह सोचने लगते है कि हम क्या करे? अचानक अख़बार में विज्ञापन (Advertisement) को देखते हुए ऐसा लगा कि हम भी किसी की मदद कर सकते है। कोरोना वारियर्स को देखकर ऐसा लगा हम भी यह कार्य कर सकते है। फिर जानकारी हुई, कि इसके लिए एक कोर्स की आश्यकता है और वह कोर्स फार्मासिस्ट (Pharmacist) का है। आइये जानते है फार्मासिस्ट (Pharmacist) कैसे बने, सिलेबस, योग्यता , सैलरी के बारे में हम आपको विस्तार से पूरी जानकारी दे रहे है।
स्नातक फार्मेसी पाठ्यक्रम (Undergraduate Pharmacy Course)
विषयसूची
भारत में दिए जाने वाले स्नातक फार्मेसी पाठ्यक्रमों की सूची नीचे दी गई है:-
कोर्स का नाम | अवधि |
---|---|
बी.फार्म. (बैचलर ऑफ फार्मेसी) | 4 वर्ष |
बी.फार्म. (ऑनर्स।) (बैचलर ऑफ फार्मेसी इन ऑनर्स) | 4 वर्ष |
बी.फार्म. फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री में (बैचलर ऑफ फार्मेसी इन फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री) | 4 वर्ष |
बी.फार्म. भेषज में (भेषज विज्ञान में स्नातक) | 4 वर्ष |
बी.फार्म. फार्माकोग्नॉसी में (बैचलर ऑफ फार्मेसी इन फार्माकोग्नॉसी) | 4 वर्ष |
बी.फार्मा फार्माकोलॉजी में (बैचलर ऑफ फार्मेसी इन फार्माकोलॉजी) | 4 वर्ष |
बी.फार्म. आयुर्वेदिक में (आयुर्वेद में फार्मेसी स्नातक) | 4 वर्ष |
बी.फार्मा + एमबीए (दोहरी डिग्री) (बैचलर ऑफ फार्मेसी + मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) | 5 वर्ष |
स्नातक फार्मेसी पाठ्यक्रमों की सूची
फार्मेसी के पाठ्यक्रम के लिए पात्रता (Eligibility for Pharmacy Course)
यूजी, पीजी फार्मेसी पाठ्यक्रमों की पात्रता इस प्रकार है-
अंडर ग्रेजुएट फार्मेसी कोर्सेज के लिए फार्मेसी में Graduation Course पाठ्यक्रमों में आवेदन करने के लिए भारत में मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 50% अंकों के साथ 10 + 2 परीक्षाएं (पीसीबी) उत्तीर्ण होनी चाहिए। अथवा उम्मीदवारों की न्यूनतम 50% अंकों के साथ डिप्लोमा (डी.फार्मा) उत्तीर्ण होना चाहिए। वे उम्मीदवार जिन्होंने TS EAMCET,AP EAMCET, BCECE, WBJEE, बी.फार्मा प्रवेश के लिए पात्र हैं।
फार्मासिस्ट के काम (Pharmacist Work)
- फार्मासिस्ट का कार्य डॉक्टर द्वारा मरीज के लिए लिखी गई दवाई मरीज को देना होता है।
- रोगियों को दवाओं के सुरक्षित और प्रभावी इस्तेमाल के बारे में अच्छे से जानकारी देना होता है।
- बीमारी, दवा और जीवनशैली में परिवर्तन से जुड़ी मरीज की उन शंकाओं का समाधान करना, जिनसे मरीज को बीमारी से उबरने में मदद मिले। यही काम हॉस्पिटल में फार्मासिस्ट के होते हैं।
फर्मासिस्ट के लिए स्किल्स (Required Skills for Pharmacist)
- एक फार्मेसी किए हुए व्यक्ति को दवाओं के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए
- संवाद कुशलता और उत्पादों की बेहतर समझ होनी चाहिए ।
- व्यापार के लिए जरूरी हुनर भी होना चाहिए।
- फार्मेसी किए हुए व्यक्ति को विज्ञान विषयों का खासकर लाइफ साइंस और दवाओं के बारे में रुचि होनी चाहिए ।
- व्यक्ति काम के लिए कोई भी कठिन परिश्रम करने वाला होना चाहिए।
- तार्किक सोच होनी चाहिए।
- रोगियों की बात को अच्छे से समझने का धैर्य होना चाहिए।
फार्मासिस्ट कोर्स फीस 2021 (Pharmacist Course Fee)
सरकारी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में D.Pharma या B. Pharma कोर्स की फीस बहुत कम होती है। वंही बात करे प्राइवेट कॉलेज में इस कोर्स की फीस लगभग 50 हजार रुपये से 1 लाख रुपये प्रतिवर्ष होती है।
भारत के बेस्ट फार्मेसी कॉलेज (Best Colleges for Pharmacy in India)
- एल.एम. कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी, अहमदाबाद, गुजरात
- कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
- नैशनल इंस्टिटयूट ऑफ फॉर्मासूटिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च, मोहाली, पंजाब
- इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी, सी.एस.जे.एम. यूनिवर्सिटी, कानपुर
- पूना कॉलेज ऑफ फार्मेसी, पुणे
- राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी, नागपुर
- महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ोदा, वड़ोदरा, गुजरात
- बॉम्बे कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी, मुंबई
- इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नॉलजी, मुंबई
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, न्यू दिल्ली
- महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक
- गुरु जंबेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार, हरियाणा
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, बीएचयू, वाराणसी
फार्मेसी में करियर स्कोप (Career Scope in Pharmacy)
आपको अगर दवाओं में रूचि है तो फार्मेसी कोर्स आपके लिए बहुत बेस्ट ऑप्शन है क्योंकि वर्तमान के समय में तेजी से बढ़ने वाले सेक्टर्स में फार्मेसी (Pharmacy)का बहुत ज्यादा स्कोप है। इसमें Medical, Paramedical और इस सेक्टर से जुड़े कारोबारों का तेजी से विकास हो रहा है। विभिन्न रोगों में लाभ पहुंचाना दवाओं की खोज या डिवेलपमेंट में रुचि रखने वाले लोग फार्मेसी सेक्टर से रिलेटेड विभिन्न कोर्स कर फार्मेसी में अपना करियर बना सकते हैं। फार्मेसी में नई-नई दवाइयों की खोज व उनको डेवलप करने संबंधी कार्य किये जाते हैं। फार्मेसी में आज के समय मे शानदार कैरियर स्कोप है, फार्मेसी में आने के बाद आपको अनेकों कैरियर के विकल्प मिलेगे। जैसे-
- टेक्निकल फार्मेसी,
- क्लिनिकल रिसर्चर,
- हॉस्पिटल फार्मेसी,
- क्लिनिकल फार्मेसी,
- रिसर्च एजेंसीज,
- हेल्थ सेंटर्स,
- ऑन्कॉलजिस्ट,
- रेग्युलेटरी मैनेजर आदि के तौर पर कार्य कर सकते हैं।
- सेल्स ऐंड मार्केटिंग डिपार्टमेंट,
- मेडिकल डिस्पेंसिंग स्टोर,
- एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स,
- मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव,
- फार्मासिस्ट,
- मार्किट रिसर्च ऐनालिस्ट,
- मेडिकल राइटर,
- ऐनालिटिकल केमिस्ट
फार्मेसी में क्या होगी सैलरी (Pharmacy Salary)
आमतौर पर ट्रेनिंग के बाद नियुक्ति में फार्मासिस्ट को लगभग 25 हजार रुपये महीने मिलते हैं। शोध के क्षेत्र में लगभग 40 हजार रुपये तक सैलरी मिल सकती है। उत्पादन इकाइयों में अच्छा पैकेज मिलता है और स्वतंत्र रूप से भी काम कर सकते हैं।
फार्मेसी में कैरियर के विकल्प (Career Options in Pharmacy)
वर्तमान समय में फार्मेसी में कैरियर के 1 या 2 विकल्प नही होते है। फार्मेसी एक ऐसा फील्ड है, जंहा पर कैरियर के बहुत सारे ऑप्शन आपके पास होते है। आप अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी फील्ड में जा सकते है। और फार्मेसी में कैरियर के बहुत से ऑप्शन सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में उपलब्ध हैं। इसके अलावा इस फील्ड में हम खुद का भी स्वरोजगार में शुरू कर सकते हैं। हमारे पास बहुत ऑप्शन होते है फार्मेसी में कैरियर बनाने के लिए।
फार्मेसी में कैरियर सरकारी क्षेत्र में (Career in Pharmacy in Government Sector)
केंद्र सरकार या राज्य सरकार आज के समय में अस्पतालों, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभागों और सार्वजनिक दवा उत्पादन कंपनियों में फर्मासिस्ट की नियुक्ति समय-समय पर होती रहती है। और इसी तरह दवाओं के गुणवत्ता नियंत्रण और उनकी जांच के लिए नियुक्त होने वाले ड्रग इंस्पेक्टर या सरकारी विश्लेषकों के चयन के लिए भी फार्मेसी के जानकारों को भर्ती किया जाता है। इसके अलावा केंद्रीय सैन्य बलों में भी टाइम-टाइम पर पद फार्मासिस्ट की नियुक्ति के लिए वैकेंसी निकली जाती हैं।
प्राइवेट हॉस्पिटल में फार्मासिस्ट कैरियर (Pharmacist Career in Private Hospital)
आपको बता दे की सिर्फ सरकारी हॉस्पिटल (Government Hospital)में ही नहीं बल्कि प्राइवेट हॉस्पिटल (Private Hospital)में भी फार्मासिस्ट की जरूरत बहुत होती है। हॉस्पिटल फार्मासिस्ट्स पर दवाइयों और चिकित्सा संबंधी अन्य सहायक सामग्रियों के भंडारण, स्टॉकिंग और वितरण का जिम्मा होता है, जबकि रिटेल सेक्टर में फार्मासिस्ट को एक बिजनेस मैनेजर की तरह काम करते हुए और दवा संबंधी कारोबार चलाने में समर्थ होने की पूर्ण योग्यता होनी चाहिए।
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