ओमीक्रोन वेरिएंट, क्या हैं लक्षण और कैसे करें बचाव?

पिछले 2 सालों से बच्चों से लेकर बुजुर्ग कोविड-19 वायरस से अभी उबर भी नहीं पाए थे कि कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रोन ने लोगों में फिर से दहशत फैला दी है। यह वायरस डेल्टा प्लस की तुलना में अधिक खतरनाक बताया जा रहा है जिन लोगो का इम्यूनिटी सिस्टम सामान्य से कमजोर है या जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लगवाया यह वायरस उनके लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है।  

हालाँकि देश विदेश के कई वैज्ञानिक और प्रयोगशालाएँ अभी भी कोरोना के इस नए वैरिएंट की जाँच में जुटी है और जब तक सभी जांचो का नतीजा नहीं आता, कुछ भी पुख्ता तौर पर कहना मुश्किल है। 

WHO ने इसे वैरीअंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में डाला है। इस वेरिएंट के आने के बाद से भारत सरकार भी लोगो की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई है। कोरोना एक बार फिर से लोगों के बीच चिंता का विषय बन गया है।

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ओमीक्रोन वेरिएंट क्या है?

कोरोना का इतना कहर झेलने के बाद लोग जैसे तैसे सामान्य जीवन जीने की कोशिश कर रहे थे की इस नए वैरीअंट के से दुनियाभर के के देशों में खलबली  मच गई।  इस नए वैरीअंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है।

नए वैरीअंट “ओमीक्रोन” मे कुल 50 तरह के म्यूटेशन है जिसमें 30 स्पाइक प्रोटीन है, स्पाइक प्रोटीन एक कांटे या हुक जैसी बनावट होती है जिसकी मदद से संक्रमण शरीर के सेल्स में प्रवेश करता है।   

यही वजह है कि कोविड-19 का यह नया रूप इसको और भी खतरनाक और संक्रामक बना देता हैं इसी वजह से वायरस के काम करने के तरीके या लक्षणों में अलग-अलग तरह के बदलाव देखे जा रहे हैं।

क्यों रखा गया इस वेरिएंट का नाम ओमीक्रोन?

डब्ल्यूएचओ(WHO) ने इस नए वेरिएंट का नाम ग्रीक वर्णमाला के शब्दों के अनुसार रखा है, ग्रीक वर्णमाला 15वाॅ शब्द ओमीक्रोन है। 

ग्रीक वर्णमाला

इससे पहले SAARC COVID-2 के लिए ग्रीक वर्णमाला का बारहवां अक्षर लिया गया था। दक्षिण अफ्रीका में नया वैरीअंट आने के बाद ग्रीक वर्णमाला में म्यू (Mu)के बाद 13वाॅ अक्षर न्यू(Nu) या सी ( Xi)का नंबर आ गया था , लेकिन WHO ने इसका 15वाॅ अक्षर ओमीक्रोन को चुना। 

14वाॅ इसलिए नहीं चुना गया क्योंकि यह अक्षर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग Xi Jinping के नाम पर है। डब्लू एच ओ के नियमों के अनुसार किसी वायरस या बीमारी का नाम किसी व्यक्ति, धर्म , संस्था, संस्कृति ,व्यवसाय ,देश के नाम पर नहीं दिया जाता है।

इस वेरिएंट से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है , जो कोरोना महामारी से पहले संक्रमित होकर स्वस्थ हो चुके हैं वह लोग भी इस वेरिएंट से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए री इंफेक्शन का खतरा ज्यादा है।

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अभी तक किन-किन देशों में फैला है ओमीक्रोन वेरिएंट?

दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना ,इजरायल ,बेल्जियम ,जर्मनी ,U.K ,इटली ,ऑस्ट्रेलिया ,नीदरलैंड ,हांगकांग ,चेक रिपब्लिक, अमेरिका

ओमीक्रोन वेरिएंट के लक्षण

डेल्टा वेरिएंट के अपेक्षा इस नए वेरिएंट के लक्षण इतने प्रभावी नहीं है  क्योंकि इसमें ऑक्सीजन का स्तर कम होना या गंध व स्वाद का नहीं आना जैसी समस्याएं नहीं पाई गई। 

जिस तरह से इसके लक्षण सामान्य होते हैं हम मरीज को होम ट्रीटमेंट दे सकते हैं। 40 वर्ष से कम उम्र के लोग इस वैरीअंट से प्रभावित हो रहे हैं। अधिकांश लोगों में बुखार के लक्षण बहुत ही सामान्य है लेकिन बदन दर्द व सिर दर्द के लक्षण  पाए गए।

  • थकान
  • मांसपेशियों में दर्द होना
  • गले में खराश होना
  • सूखी खांसी आना
  • हल्का तेज बुखार
  • उल्टी आना
  •  सिर दर्द और शरीर में दर्द मुख्य लक्षण 

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ओमीक्रोन वेरिएंट से कैसे करें बचाव?

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इस वेरिएंट से बचाव के लिए सावधानी रखना सबसे ज्यादा जरूरी है।

  • सामाजिक व शारीरिक दूरी बनाए रखें।
  • अपने हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले ।
  • कोविड-19 का टीकाकरण पूरा करें।

ओमीक्रोन से संबंधित कुछ बाते

  • हमें न केवल इस नए वेरिएंट से बचना है बल्कि आने वाले दूसरे वेरिएंट से भी बचने की तैयारी करनी होगी।
  • हमें अपनी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करना होगा। यह वेरिएंट उन लोगों के ऊपर बेअसर रहा जिनको पहले कोरोना होने के बाद नेचुरल इम्यूनिटी मिल चुकी है। भारत में डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट से जो लोग संक्रमित होकर ठीक हो गए उनका इम्यूनिटी सिस्टम काफी अच्छा हो गया है।
  • इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रत्येक दिन 40 से 45 मिनट की फिजिकल एक्सरसाइज अवश्य करें।  बॉडी में इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए रोज हरी सब्जियां और फलों का सेवन जरूर करें। योगा करें और 30 से 40 मिनट धूप में जरूर बैठे।
  • सावधानी रखना सबसे ज्यादा जरूरी है बाहर जाने से पहले मास्क जरूर लगाएं यह वायरस वाले वायु प्रदुषण से भी बचाता है।
  • ओमीक्रोन घातक हो सकता है वैक्सीन जरूर लगवाएं यह हमें वायरस से लड़ने तैयार करता है। वैक्सीन लगवाने के बाद भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए और कोरोना से संबधित निर्देशों का पालन करना चहिए।

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पहले वेरिएंट की तुलना में कितना अलग है ओमीक्रोन वेरिएंट?

एक बार फिर से दुनियाभर में इस नए वेरिएंट ने संकट की स्थिति पैदा कर दी है। दुनिया भर के देशों में इससे संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है । 

कोरोना की दूसरी लहर के डेल्टा प्लस की बात की जाए तो इस नए वेरिएंट को ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है। ऐसा इसलिए पिछले वेरिएंट की अपेक्षा इस नए वेरिएंट में म्यूटेशन की संख्या लगभग 32 है। जो डेल्टा प्लस से कहीं ज्यादा है जिससे संक्रमण फैलने की आशंका उतनी ही ज्यादा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि ओमीक्रोन वेरिएंट के लक्षण हल्के लेकिन काफी अलग हैं, जिन मरीजों का भी इलाज किया गया उनमें गंध ,स्वाद नहीं आना या ऑक्सीजन का स्तर कम होने जैसी समस्याएं नहीं पाई गई और नए वेरिएंट से संक्रमित होने वालों की उम्र 40 या इससे कम है।

आप सभी पाठको से अनुरोध है की अपना और अपने परिवार का ध्यान रखे, मास्क जरूर लगये और जरूरी न हो तो यहाँ वहाँ न घूमे।  

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