क्रिमिनोलॉजी (Criminology) में करियर कैसे बनाये- वर्तमान समय में अपराधों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी देखनें को मिल रही है| आज अपराधी अपराधों को अंजाम देने के लिए हाइटेक तौर-तरीके का उपयोग कर रहे है| ऐसे में अपराधियों की खोज में पुलिस और डिटेक्टिव एजेंसियों को भी कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है| एक ओर तकनीक ने जहाँ सहूलियतें दी हैं, वहीं इसके दुरुपयोग के मामले में भी सामने आते रहते हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण साइबर अपराध है| अपराधों की निरंतर बढ़ती हुई संख्या ने क्रिमिनालॉजी के क्षेत्र में पेशेवरों के लिए रोजगार के लिए अनेक अवसर उपलब्ध करवाएं है।
यदि आप भी क्रिमिनालॉजी के क्षेत्र में रूचि रखते है, तो आप इस फील्ड में अपना बेहतर करियर बना सकते है । तो आईये जानते है, कि क्रिमिनोलॉजी (Criminology) में करियर कैसे बनाये, सिलेबस, जॉब, सैलरी और प्रमुख संस्थान के बारें में|
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क्रिमिनोलॉजी क्या है (What Is Criminology)
विषयसूची
क्रिमिनोलॉजी एक ऐसी विशिष्ट शाखा है, जिसमें अपराध और उससे बचनें के तरीकों के बारे में बताया जाता है। जब कोई अपराधी किसी अपराध को अंजाम देता है, तो वह जाने-अनजाने में कोई न कोई सुराग जैसे अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार, उंगलियों के निशान, खून, थूक या अन्य कोई जैविक सामग्री अवश्य छोड़ देता है। इन्ही सबूतों के आधार पर गहरी जाँच-पड़ताल के माध्यम से अपराधियों तक पहुंचा जाता है| इसके साथ ही इस शाखा के अंतर्गत अपराध, अपराधी, अपराधिक स्वभाव और अपराधियों के सुधार का अध्ययन किया जाता है।
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क्रिमिनोलॉजी और फॉरेंसिक साइंस (Criminology & Forensic Science)
क्रिमिनोलॉजी और फॉरेंसिक साइंस दोनों अलग-अलग हैं, दरअसल फॉरेंसिक साइंस क्रिमिनोलॉजी का एक हिस्सा है, जो अनेक प्रकार के प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर अध्ययन करते है| फॉरेंसिक साइंस में डीएनए जांच, फिंगर प्रिंट सबंधी कार्य आते है, जबकि क्रिमिनोलॉजी में घटना-स्थल से सबूत जुटाने, अपराध से संबंधित परिस्थितियों का अध्ययन करना शामिल है|
इसके साथ ही एक क्रिमिनोलॉजिस्ट को इस बात का अध्ययन भी करना होता है, कि अपराधी ने किन परिस्थितियों में यह अपराध किया, उसकी उस समय मनोदशा कैसी थी, वह किस तरह के सामाजिक माहौल में रह रहा था आदि।
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क्रिमिनोलॉजिस्ट कोर्स की जानकारी (Criminology Course In Hindi)
क्रिमिनोलॉजी में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स किए जा सकते है, परन्तु इसके लिए आपको आर्ट या साइंस में 12वीं पास होना जरूरी है। यदि आप स्नातक (Graduate) है, तो दो वर्षीय पीजी डिप्लोमा कर सकते है| इसके बाद 1 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री या आप PHD भी कर सकते है| क्रिमिनोलॉजी में ग्रेजुएट लॉ के लिए भी विशेष कोर्स करवाए जाते है।
क्रिमिनोलॉजी सिलेबस में शामिल चीजे (Criminology Syllabus)
क्रिमिनोलॉजिस्ट (अपराध विज्ञान) के अंतर्गत मानवीय चाल-चलन और पुलिस प्रशासन के बारें में विस्तार से जानकारी दी जाती है| साक्ष्यों एवं सबूतों के विश्लेषण की बारीकियों के बारें में भी जानकारी दी जाती है। इसमें मुख्य रूप से पुलिस-प्रशासन, समाजशास्त्र, क्रिमिनोलॉजी के सिद्धांत, इतिहास, क्रिमिनल लॉ और अपराध का मनोविज्ञान आदि शामिल किये जाते है। अपराधियों के तेजी से बढ़ते नेटवर्क एवं साइबर अपराध को देखते हुए इसे भी पाठ्यक्रम का अंग बनाया गया है, ताकि समय के साथ-साथ क्रिमिनोलॉजी भी अपडेट रहे, और अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
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रोजगार की संभावनाएं (Career Option In Criminology)
इस क्षेत्र में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में अवसर है, और रिसर्च प्रोजेक्ट के रूप में सबसे अधिक कार्य मिल रहा है। इसके अलावा आप भारतीय सेना, सरकारी अपराध प्रयोगशालाओं, सीबीआई, आईबी, प्राइवेट डिटेक्टिव कंपनियों आदि में रोजगार प्राप्त कर सकते है| इसके साथ ही आप किसी विश्वविद्यालय अथवा महाविद्यालय में अध्यापन का कार्य भी अपनी रूचि के अनुसार कर सकते हैं।
क्रिमिनोलॉजिस्ट को वेतन (Criminologist Salary)
शुरुआती दौर में एक क्रिमिनोलॉजिस्ट को 30 से 35 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से मिल जाते हैं। 3 से 4 वर्ष के अनुभव के बाद वह 50 से 55 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से कमा सकते है।
कोर्स के बाद मिलने वाले पद (Posts After Completing Course)
क्र०स० | पद का नाम |
1. | फॉरेंसिक एक्सपर्ट (Forensic Expert) |
2. | ड्रग पॉलिसी एडवाइजर (Drug Policy Advisor) |
3. | क्राइम इंटेलिजेंस (Crime Intelligence) |
4. | लॉ रिफॉर्म रिसर्चर (Law Reform Researcher) |
5. | कंज्यूमर एडवोकेट (Consumer Advocate) |
6. | एन्वायर्नमेंट प्रोटेक्शन एनालिस्ट (Environment Protection Analyst) |
7. | कम्युनिटी करेक्शन कोऑर्डिनेटर (Community Correction Coordinator) |
प्रमुख शिक्षण संस्थान (Criminology Educational Institute In India)
क्र०स० | संस्थान का नाम | स्थान |
1. | लखनऊ विश्वविद्यालय | लखनऊ |
2. | बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय | वाराणसी |
3. | अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी | अलीगढ़ |
4. | नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस | नई दिल्ली |
5. | पटना विश्वविद्यालय | बिहार |
6. | यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास | चेन्नई |
7. | डॉ हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय | मध्यप्रदेश |
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