हम अक्सर न्यूज़, समाचार पत्रों और इन्टरनेट के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त होती है, कि इस अमुख व्यक्ति को इस कम्पनी का सीईओ (CEO) बना दिया गया है।
ऐसे में बहुत से लोग सीईओ शब्द सुनकर आश्चर्यचकित हो जाते है, आखिर यह सीईओ क्या होता है? इसका मुख्य कारण यह है, कि कम्पनी या किसी संस्था में कार्यरत अधिकांश लोग मेनेजर, कैशियर, क्लर्क आदि शब्दों से अच्छी तरह से वाकिफ होते है, क्योंकि इन शब्दों का इस्तेमाल संस्था या फर्म में वार्तालाप (आपसी बातचीत) के दौरान अक्सर होता है। हालाँकि बदलते हुए समय के साथ-साथ पदों के नाम में भी बदलाव हुआ है।
जिसके कारण आज के आधुनिक(मॉर्ड्रेन) युग में सीईओ जैसे शब्दों का प्रयोग होने लगा है। दरअसल सीईओ उस अमुख कम्पनी या संस्था का मुख्य कर्ता-धर्ता या अधिकारी होता है। यह कंपनी का सबसे बड़ा और विश्वसनीय पद होता है।
यहाँ तक की कम्पनी को सफलता के उच्च शिखर तक पहुचानें की जिम्मेदारी एक ऐसे व्यक्ति के पास होती है, जिसे आज हम सीईओ के नाम से जानते है।
CEO (सीईओ) क्या होता है? CEO Full Form और इनके कार्य तथा इन्हें मासिक सैलरी के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी विस्तार से प्रदान की जा रही है।
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सीईओ क्या होता है (What is CEO)
विषयसूची
सीईओ का क्या मतलब होता है – किसी भी कम्पनी या संगठन/ऑर्गेनाइजेशन में सीईओ एक बहुत ही विश्वसनीय और जिम्मेदारी का पद होता है। इस पद का कार्यभार सँभालने वाला व्यक्ति बहुत ही धैर्यवान होने के साथ ही विशिष्ट गुणों से परिपूर्ण होता है।
यह एक ऐसा पद होता है, जिसके कन्धों पर उस कम्पनी या संगठन/ऑर्गेनाइजेशन से जुड़े सभी कार्यों की जिम्मेदारी होती है। यहाँ तक कि कम्पनी की ग्रोथ भी इन्ही के ऊपर निर्भर होती है।
दूसरे शब्दों में कहे, तो सीईओ अपनी कंपनी या संस्था के सभी कार्यों के प्रति उत्तरदायी होता है। संस्था में कार्यरत समस्त कर्मचारियों या स्टाफ को दिशा-निर्देशन देने का कार्य इन्ही के हाथों में होता है। यदि कोई कर्मचारी किसी कारणवश अनुपस्थित हो जाता है अथवा वह कर्मचारी अपने कार्यों को उचित रूप से नही कर रहा है, तो उनके स्थान पर किसी दूसरे योग्य कर्मचारी को नियुक्त करने की जिम्मेदारी इन्ही के पास होती है।
कम्पनी के सुचारू रूप से संचालन के लिए बेहतर कार्य योजना बनाने के साथ ही पूरी जिम्मेदारी और द्रढ़ता के साथ लागू करना इन्ही के अधिकार क्षेत्र में आता है। यहाँ तक कि कम्पनी को सफलता के उच्चतम शिखर तक पहुचाने के लिए उचित समय पर उचित निर्णय लेने का अधिकार इन्ही को होता है।
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सीईओ फुल फॉर्म (CEO Full Form)
CEO (सीईओ) का फुल फॉर्म ‘Chief Executive Officer’(चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) होता है। जबकि हिंदी में सीईओ का अर्थ मुख्य कार्यकारी अधिकारी होता है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer) प्रबंध दल के नेता होता है। इस पद को विभिन्न नामों जनरल मैनेजर (General Manager), महाप्रबन्धक (General Manager), अध्यक्ष (President) आदि नामों से जाना जाता है। यह संचालक मंडल (Board of Directors) के पर्यवेक्षण (Supervision) एवं नियंत्रण में कार्य करता है।
CEO Full Form in English | Chief Executive Officer |
सीईओ फुल फॉर्म इन हिंदी | मुख्य कार्यकारी अधिकारी |
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सीईओ के कार्य (CEO’s Functions)
आमतौर पर सीईओ एक रैंक होता है, जो कंपनी या संस्था के प्रमुख से जुड़ा होता है। सीईओ के प्राथमिक कर्तव्यों में से एक निदेशक मंडल को रिपोर्ट करना है, जो कंपनी के मालिकों के प्रति जवाबदेह है। इसके अलावा सीईओ एक अध्यक्ष सहित अन्य प्रबंधकीय अधिकारियों को नामित करने का कार्य करता है। अपने कार्यों की सीमा के आधार पर एक सीईओ के पास अध्यक्ष और सीईओ की उपाधि भी हो सकती है।
एक सीईओ न केवल एक प्रमुख प्रबंधन व्यक्ति होता है, बल्कि किसी भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान का चेहरा भी होता है। इसलिए सीईओ का करियर रिकॉर्ड और पेशेवर पृष्ठभूमि अक्सर कंपनी के समग्र मूल्य के एक महत्वपूर्ण गुणात्मक पैरामीटर का प्रतिनिधित्व करता है। सीईओ के मुख्य कार्य इस प्रकार है-
- रणनीति और दिशा निर्धारित करना ।
- कंपनी की संस्कृति, मूल्यों और व्यवहार को मॉडलिंग और सेट करना ।
- वरिष्ठ कार्यकारी दल का निर्माण और नेतृत्व करना ।
- कंपनी की प्राथमिकताओं के लिए पूंजी आवंटित करना ।
- कम्पनी के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लेना ।
- संचालक मंडल एवं समग्र संगठन के मध्य सम्पर्क एवं समन्वय बनाये रखना ।
- संचालन मंडल द्वारा निर्धारित नीतियों को प्रभावपूर्ण ढंग से लागू करना ।
- इस तथ्य की जानकारी करना कि अधीनस्थ कर्मचारी नीतियों के प्रभावों से अवगत हैं ।
- यह जानने का प्रयास करना कि सभी स्तर के अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा मितव्ययिता एवं कार्य-कुशलता के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए ध्यान दिया गया है नहीं ।
- प्रभावशाली समन्वय की स्थापना करना ।
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सीईओ कैसे बने (How to Become a CEO)
यदि आप एक सीईओ के रूप में कार्य करना चाहते है, तो आपके लिए यह जानना आवश्यक है, कि आखिर सीईओ बनने के लिए क्या करना पड़ता है ?
हालाँकि इन शीर्ष-स्तरीय प्रबंधकीय पदों में एक निर्धारित शैक्षणिक पोर्टफोलियो नहीं होता है, यहाँ कुछ महत्वपूर्ण शैक्षणिक योग्यताओं के बारें में आपको जानकारी दे रहे है, जिसके माध्यम से आप उक्त संस्था या कम्पनी में अपना एक शीर्ष स्थान प्राप्त करनें में सफल होंगे-
स्नातक की डिग्री (Bachelor Degree)
किसी व्यक्ति को कंपनी के शीर्ष प्रबंधक के रूप में कार्य करनें के लिए एक स्नातक की डिग्री विवेकपूर्ण रूप से आवश्यक है। यह डिग्री इस बात को प्रमाणित करती है, कि आप औपचारिक उच्च शिक्षा से परिचित है। यदि स्नातक की डिग्री कंपनी के संचालन के समान क्षेत्र में है, तो इसे एक सकारात्मक संकेतक के रूप में माना जाता है।
एमबीए (MBA)
प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री को प्राथमिकता दी जाती है| जब कंपनियां योग्य और कुशल कर्मचारियों की तलाश करती हैं, तो व्यक्तिगत अंतर्दृष्टि के अलावा, प्रबंधन में औपचारिक शिक्षा व्यक्तियों को प्रबंधकीय समस्याओं को अधिक कुशल तरीके से समझने और हल करने में मदद करती है।
विशेषज्ञता डिप्लोमा (Specialization Diploma)
अक्सर, व्यक्ति अपनी नौकरी प्रोफ़ाइल के लिए विशिष्ट डोमेन में विशेष पाठ्यक्रमों को चुनने का विकल्प चुन सकते हैं। यह न केवल उन्हें संगठनात्मक कामकाज को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकता है, बल्कि संगठनात्मक दक्षता में भी सुधार कर सकता है जो कि किसी भी शीर्ष-स्तरीय प्रबंधक का लक्ष्य है।
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सीईओ का वेतन (CEO Salary)
यदि हम सीईओ के वेतन की बात करे तो एक सीईओ को सैलरी एनुअल पैकेज के आधार पर मिलती है। हालाँकि उन्हें यह वेतन उस कम्पनी या संस्था के ग्रोथ निर्भर होती है।
कुछ मामलों में इस पद पर कार्यरत व्यक्ति की सैलरी का अनुमान लगाना भी काफी कठिन होता है अर्थात सैलरी की कप्लना करना भी मुश्किल होता है ।
उदहारण के रूप में गूगल के सीईओ सुन्दर पिचाई पिछले वर्ष लगभग 13 अरब रूपये (वार्षिक) का भुगतान किया गया था, जो उनकी 2015 की सैलरी से दो गुना थी।
कहने का आशय यह है, कि इस पद पर आसीन व्यक्ति की सैलरी कितनी हो सकती है, इसका कोई मापदंड निर्धारित नही है। कुल मिलाकर एक सीईओ का वेतन उनकी योग्यता और संस्था के ऊपर निर्भर होता है।
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भारतीय मूल के शीर्ष सीईओ (Top CEOs of Indian Origin)
आइए आज हम दुनिया के कुछ महान और विश्व-प्रसिद्ध सीईओ के बारे में जानते है, जो बड़े समूह और कंपनियों को संभालने के साथ ही अपनी कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता से उन्हें सफलता के उच्चतम शिखर तक पहुचाने में अहम् योगदान देकर पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन किया ।
1. सुंदर पिचाई (Sundar Pichai)
एक तमिल परिवार में जन्मे और पले-बढ़े पिचाई की अविश्वसनीय कहानी ने दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित किया है।
व्हार्टन एमबीए पूरा करने के बाद मैकिन्से एंड कंपनी में अपना करियर शुरू करने के बाद , सुंदर पिचाई ने वर्ष 2004 में Google में काम करने का सुनहरा अवसर हासिल किया । पिचाई का Google उद्यम उत्पाद प्रबंधन के अध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ।
Google क्रोम के लॉन्च और पिचाई के उत्पाद प्रबंधन और विकास के उपाध्यक्ष होने की घोषणा के साथ वर्ष 2008 अद्भुत रहा।
लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन, जो सुंदर पिचाई की शिक्षा और वर्ष 2014 के 3.2 बिलियन डॉलर के कारोबार में उनके भारी योगदान से प्रभावित थे, ने सीईओ के पद से हटने का फैसला किया और 2015 में सुंदर पिचाई को विरासत सौंप दी।
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2. सत्या नडेला (Satya Nadella)
जब हम बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट का नाम सुनते हैं तो सबसे पहले जो नाम दिमाग में आता है, वह नाम है बिल गेट्स का। दूसरी ओर सत्या नडेला एक ऐसा नाम है, जिसमें पूरी दुनिय में भारत का नाम रोशन किया है|
वर्ष 1990 में कंप्यूटर विज्ञान में परास्नातक पूरा करने के पश्चात उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में अपना बड़ा ब्रेक पाने से पहले सन माइक्रोसिस्टम्स में टेक टीम के सदस्य के रूप में कार्य किया।
संगठन में इन सभी योगदानों ने अंततः सत्या के लिए लाभांश का भुगतान किया क्योंकि उन्हें 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में चुना गया था| दरअसल स्टीव बाल्मर के बाद और बिल गेट्स की सलाह के अंतर्गत कार्य कर रहे थे।
3. अरविंद कृष्ण (Arvind Krishna)
अरविंद कृष्ण आईबीएम में लगभग दो दशकों से हैं और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर से स्नातक हैं । अर्बाना-शैंपेन में इलिनोइस विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी प्राप्त करने के बाद कृष्णा की प्रतिभा ने उन्हें वह सम्मान दिलाया जिसके वे हकदार थे ।
शुक्रवार, 31 जनवरी को, उन्होंने वर्जीनिया रोमेट्टी के स्थान पर आईबीएम समूह के नए सीईओ के रूप में पदभार ग्रहण किया।
4. शांतनु नारायण (Shantanu Narayan)
हैदराबाद में जन्मे शांतनु नारायण 2007 से एडोब इंक के सीईओ और अध्यक्ष हैं । नारायण ने हैदराबाद में उस्मानिया विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से एमबीए किया । नारायण का जन्म मेहनती माता-पिता के लिए हुआ था और Adobe में शामिल होने से पहले Apple में रैंक के माध्यम से उठे थे।
5. अजयपाल सिंह बंगा (Ajaypal Singh Banga)
पूर्व भारतीय लेफ्टिनेंट जनरल हरभजन सिंह बंगा के बेटे अजय बंगा 1990 के दशक से मास्टरकार्ड अग्रणी रहे हैं। अध्यक्ष और सीओओ के रूप में अपने कार्यकाल के बाद अप्रैल 2010 में अजयपाल सिंह बंगा को सीईओ नामित किया गया था।
बंगा, संयुक्त राज्य-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के पूर्व प्रमुख , भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं।
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