UPI ने भुगतान आसान कर दिया है, पर स्कैमर्स भी उतने ही स्मार्ट हो गए हैं। कभी “KYC अपडेट” का बहाना, कभी “गलत क्रेडिट” का लालच—एक छोटी-सी चूक और अकाउंट साफ! इस पोस्ट में मैं, आपकी अपनी HindiDefinition वाली दोस्त, step-by-step बताऊंगी कि 2025 में सबसे कॉमन UPI फ्रॉड कौन-से हैं, कैसे पहचानें, क्या तुरंत करें (1930 हेल्पलाइन सहित), और किन 10 गोल्डन रूल्स से आप रोज़ के पेमेंट्स को सुरक्षित रख सकती/सकते हैं।
UPI Fraud क्यों बढ़ रहे हैं?
विषयसूची
- इंस्टेंट पेमेंट्स: पैसे तुरंत ट्रांसफर—रिवर्स करना मुश्किल।
- सोशल इंजीनियरिंग: डर, लालच, या जल्दी में डालकर OTP/PIN निकलवा लेना।
- फेक ऐप्स/लिंक: असली जैसे दिखते हैं, पर डेटा चुरा लेते हैं।

2025 में दिख रहे टॉप 8 UPI स्कैम
1) KYC Update/Account Blocking वाला कॉल/मैसेज
“आपका UPI ब्लॉक होने वाला है, अभी KYC करें”—लिंक पर क्लिक करते ही स्क्रीन शेयर/मैलवेयर!
सेफ्टी: बैंक/UPI ऐप कभी SMS/WhatsApp लिंक से KYC नहीं कराते। अपडेट सिर्फ ऑफिशियल ऐप/ब्रांच में करें।
2) QR Code “Receive” का झांसा
“QR स्कैन करो, पैसे मिल जाएंगे।” ध्यान रहे—QR हमेशा ‘Pay’ के लिए होता है, ‘Receive’ के लिए नहीं।
सेफ्टी: पैसे पाने के लिए QR स्कैन नहीं, sender आपका UPI ID डालकर भेजता है।
3) Screen Sharing/Remote Control Apps
कस्टमर केयर बनकर “Anydesk/QuickSupport” इंस्टॉल करवा लेते हैं।
सेफ्टी: किसी भी अनजान कॉल पर स्क्रीन शेयर/रिमोट ऐप—No.
4) Cashback/Refund Bait
“गलती से 20,000 भेज दिए, QR स्कैन कर रिफंड दो।”
सेफ्टी: बैंक स्टेटमेंट/UPI इनबॉक्स में credit दिखे तभी रिफंड। बिना क्रेडिट—No Action.
5) Fake UPI/Bank App (Look-alike)
ऐप स्टोर पर नाम/लोगो मिलते-जुलते।
सेफ्टी: डेवलपर/रिव्यू चेक करें, ऑफिशियल वेबसाइट से लिंक फॉलो करें।
6) Job/Loan/Part-Time Scam
“Daily ₹3,000 कमाओ—पहले छोटा recharge/fee दो,” फिर गायब।
सेफ्टी: Upfront fee = लाल झंडा. Verified प्लेटफॉर्म/ऑफिशियल जॉब पोर्टल।
7) OLX/Marketplace Frauds
खरीदार बनकर “Army Officer” टैग, फिर payment link/QR से पैसे निकलवा लेते हैं।
सेफ्टी: COD/Trusted escrow; अनजान लिंक/QR से दूरी।
8) Impersonation (WhatsApp DP/Family Clone)
आपके किसी करीबी की फोटो/नाम कॉपी कर पैसे मांगना।
सेफ्टी: पहले voice/video call से identity confirm, फिर ही ट्रांसफर।

Red Flags (झट से पहचानो)
- लिंक/QR पर तुरंत क्लिक/स्कैन का दबाव
- OTP/UPI PIN/MPIN मांगना
- Unknown payment requests और छोटे-छोटे टेस्ट ट्रांसफर
- ऐप इंस्टॉल कराकर स्क्रीन शेयर कराना
10 गोल्डन रूल्स: रोज़मर्रा की UPI सेफ्टी चेकलिस्ट
- UPI PIN किसी को नहीं—बैंक भी नहीं मांगता
- OTP/PIN टाइप करते वक्त स्क्रीन शेयर बंद रखें
- App/OS अपडेट रखें; सिर्फ ऑफिशियल स्टोर से
- SMS/Email लिंक पर क्लिक नहीं—ऐप खोलकर खुद चेक करें
- UPI Lite/Lite X जैसे लो-लिमिट विकल्प छोटे खर्चों में
- Payee Name/UPI ID दो बार मिलान, खासकर बड़े अमाउंट में
- Transaction Alerts ऑन; कोई अनजान debit दिखे तो तुरंत ब्लॉक
- Credit का लालच? पहले बैंक स्टेटमेंट में क्रेडिट verify
- Separate Account for UPI—main savings को अलग रखें
- Family Training—माता-पिता/बच्चों को भी ये रूल्स सिखाएं

गड़बड़ हो गई? तुरंत ये करें (Step-by-Step)
Step 1: 1930 पर कॉल करें
- नेशनल हेल्पलाइन 1930 (साइबर फ्रॉड रिपोर्ट)।
- जितनी जल्दी कॉल करेंगे, उतना recovery का chance।
Step 2: cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
- ट्रांज़ैक्शन आईडी, स्क्रीनशॉट, कॉल लॉग साथ रखें।
Step 3: बैंक/UPI ऐप में कार्ड/UPI को ब्लॉक करें
- ऐप की सेटिंग्स में ‘Block/Hotlist’ ऑप्शन; कस्टमर केयर भी कर देगा।
Step 4: FIR/ई-FIR (जरूरत के अनुसार)
- बड़े अमाउंट/लगातार फ्रॉड में FIR मददगार।
Step 5: पासवर्ड/MPIN बदलें + डिवाइस स्कैन
- एंटीवायरस से फुल स्कैन; संदिग्ध ऐप्स हटाएं।

Limit Controls: Damage Control का स्मार्ट तरीका
- Daily/Per-transaction limit कम रखें—बड़े पेमेंट पर सोचने का समय मिलता है।
- In-app spending limits: UPI ऐप/बैंक ऐप में लिमिट घटाइए।
- Block payment methods जो use नहीं करते (e.g., tap-to-pay/NFC)।
बच्चों/सीनियर्स के लिए आसान सेफ्टी टिप्स
- “QR स्कैन = Pay; पैसा पाने के लिए स्कैन नहीं करना।”
- “PIN सिर्फ ATM/UPI में, फोन पर नहीं।”
- “कोई भी लिंक आये—ऐप खुद खोलकर चेक।”
- फ़ैमिली ग्रुप में monthly awareness: एक स्कैम कहानी + सीख।
UPI Lite, Autopay, e-Mandate: सही सेटअप कैसे मदद करता है
- UPI Lite (छोटे खर्च): मेन अकाउंट exposure कम।
- Autopay/e-Mandate: सिर्फ भरोसेमंद बिलर्स; ऊँची लिमिट पर अलग बैंक रखें।
- Subscription Review Day: महीने में एक दिन—सभी ऑटो-डेबिट चेक/अनावश्यक बंद।
Mini Case-Study: “QR Receive” जाल से कैसे बचे रवि
रवि को OLX पर एक buyer ने बोला, “QR स्कैन करो, ₹5,000 अभी मिलेंगे।”
- रवि ने ऐप में ‘Collect’ का ऑप्शन देखना सीखा—पता चला भेजने वाला ही initiate करेगा।
- उसने QR स्कैन नहीं किया, buyer गायब!
सीख: पैसे पाने के लिए QR स्कैन नहीं होता।
Key Takeaways
- UPI फ्रॉड का No.1 हथियार—जल्दबाज़ी + सोशल इंजीनियरिंग
- OTP/UPI PIN/Screen Share = कभी नहीं
- 1930 पर फौरन कॉल + cybercrime.gov.in रिपोर्ट
- Low limits, separate account = कम नुकसान
- परिवार ट्रेनिंग = लंबी दूरी की सुरक्षा
FAQs
Q1. क्या बैंक/UPI ऐप कभी लिंक/WhatsApp से KYC कराते हैं?
नहीं. KYC सिर्फ ऑफिशियल ऐप/ब्रांच/वेबसाइट पर करें।
Q2. गलती से OTP/PIN बता दिया, अब क्या करें?
तुरंत कार्ड/UPI ब्लॉक करें, PIN बदलें, 1930 पर कॉल + साइबर पोर्टल पर शिकायत।
Q3. QR स्कैन करके पैसे मिल सकते हैं?
नहीं. QR स्कैन ‘Pay’ के लिए है, ‘Receive’ के लिए नहीं।
Q4. Refund/Extra Credit का मैसेज आया, भरोसा करें?
पहले बैंक/UPI स्टेटमेंट में credit verify करें, फिर ही रिफंड/ट्रांसफर।
Q5. Autopay सुरक्षित है?
विश्वसनीय बिलर्स के साथ, लिमिट्स सेट करके। समय-समय पर review आवश्यक।