क्या है ये ग्रेच्युटी? यह कहना गलत नहीं होगा की अभी भी बहुत से लोगो को ग्रेच्युटी बारे में पूर्ण जानकारी नहीं है और जिन्होंने अभी अभी अपनी नौकरी शुरू की हो वे भी शायद ही इसके बारे में जानते हो। आसान और स्पष्ट भाषा में बताऊ तो ग्रेजुएटी एक ऐसी धनराशि है जो किसी कर्मचारी को उसकी लंबे समय तक अपनी सेवाएं देने के लिए कंपनियां कार्यालय की ओर से भेंट की जाती है। यह भेंट वैकल्पिक नहीं अपितु अनिवार्य, कितनी धनराशि और कितने लंबे समय सेवा देने के बाद कर्मचारी इसका हकदार है और भी बहुत सी आवश्यक जानकारी के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताने वाले हैं।
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ग्रेजुएटी का इतिहास और इसकी शुरुआत कब हुई
विषयसूची
ग्रेच्युटी एक्ट का पूरा नाम “द पेमेंट ऑफ ग्रेजुएटी, 1972” (The Payment of Gratuity Act, 1972
) है यह कर्मचारी के लिए एक रिटायरमेंट बोनस की तरह है यह कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद जीवन यापन में सहायक होती है। इस एक्ट को भारत सरकार द्वारा 21 अगस्त 1972 में पास किया गया था लेकिन यह ठीक ढंग से लागू 16 सितंबर 1972 में हो पाई।
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ग्रेजुएटी किसे मिलती कौन है इसके हकदार है अर्थात योग्य
ग्रेजुएटी के नियम सरकारी संस्थानों और निजी संस्थानों में थोड़े से भिन्न है लेकिन हम एक प्लेट में एक जनरल बात करने वाले हैं जो दोनों में समान है।
ग्रेजुएटी के लिए आप योग हैं यदि निम्नलिखित तथ्य आपके लिए सकते हैं
- जिस कंपनी या कार्यालय आप काम कर रहे है वहाँ 15 से अधिक कर्मचारी होने चाहिए
- आपका सेवाकाल कम से कम 5 साल का हो(मौजुदा सरकार द्वारा ग्रेजुएटी नियम में कुछ बदलाव किये गए और 5 वर्ष को घटा कर 1 वर्ष किया जायेगा), आप सेवानिवृत्त हो रहे हो, पूर्ण रूप से विकलांग का हो गई हो, या फिर आप सच में सत्य हो रही हो इनमें से कुछ भी हो जाने पर आप या आप के परिजन ग्रेजुएटी लेने के हकदार हो जाते हैं।
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ग्रेजुएटी कितनी मिलेगी कैसे कैलकुलेट करें?
रिटायरमेंट या नौकरी छोड़ने के समय ग्रेजुएटी में आपको कितना पैसा मिलना है या मुक्ता दो बातों पर निर्भर करता है पहला आपने इस नौकरी में कितना समय बिताया है और आपकी सैलरी या वेतन कितना था। चलिए आपको आसान भाषा में समझाते हैं कि इसका कैलकुलेशन कैसे करें।
ग्रेजुएटी की धनराशि को नीचे दिए गए फार्मूले से निकाला जा सकता है
अर्थात
चलिए इसको एक उदाहरण से समझते हैं मान लेते हैं आप का सेवाकाल 9 वर्षों का था, इसलिए TIME = 9 मान लेते हैं
आप का सेवाकाल 9 वर्षों का था, इसलिए DURATION = 9 (In Years)
आप के अंतिम वेतन में बेसिक सैलरी का अंश 35000 था, इसलिए BASIC = 35000
और यदि आपकी कंपनी आपको DA अर्थात महंगाई भत्ता के रूप में 3500 देखी है तो मान लेते हैं DA= 3500
Gratuity = (DURATION x (BASIC + DA) x 15)/26
= (9 x (35000 + 3500) x 15)/26
= (9 x (35000 + 3500) x 15)/26
= (9 x 38500 x 15)/26 = (5197500)/26
= 199903.84 ( 1 लाख 99 हजार 903 रुपए और 84 पैसे)
ग्रेच्युटी कैलकुलेटर पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करे।
क्या ग्रेजुएटी टैक्स फ्री होती है या फिर इसपर टैक्स लगता है ?
क्योकि यह आपकी सैलरी का ही अंश है इसलिए हाँ आपको अपनी ग्रेजुएटी से मिली धनराशि पर भी टैक्स देना होगा।
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ग्रेच्युटी वह रकम है जो आपका बॉस या सरकार आपको 5 वर्ष से अधिक नई सेवाएं देने पर प्रदान करता है।
आपकी ग्रेच्युटी मुख्यता 2 घटको पर निर्भर करती है। अपने कितने वर्ष काम किया और अंतिम प्राप्त वेतन (बेसिक सैलरी +महगाई भत्ता)।
यदि आपने 10 वर्ष काम किया और आपकी बेसिक + महगाई भत्ता 30000 है तो आपको 173076.92 रुपये ग्रेच्युटी के रूप में मिलनी चाहिए।
(वर्ष x वेतन x 15) /26 = (10 * 30000 *15 )/26 = 173076.92 रुपये