DigiLocker फुल गाइड 2025: मार्कशीट/RC/आधार कैसे जोड़ें, Share Code/QR से डॉक्यूमेंट सुरक्षित तरीके से शेयर करना

अगर आप भी हर इंटरव्यू, एडमिशन या KYC के टाइम फाइलों का बंडल उठा-उठाकर थक चुकी/चुके हैं—तो DigiLocker आपकी लाइफ आसान बनाने आया है। ये MeitY (Digital India) की सरकारी सर्विस है, जहाँ आपके असली e-Documents (जैसे CBSE मार्कशीट, DL/RC, Insurance पॉलिसी) सुरक्षित डिजिटल वॉलेट में रहते हैं और QR/Share Code से मिनटों में वेरिफ़ाय हो जाते हैं। आज की इस फुल–हिंदी गाइड में हम समझेंगे: issued vs uploaded docs, अकाउंट बनाना/लॉगइन, मार्कशीट–DL/RC कैसे जोड़ें, Share Code/QR से सुरक्षित शेयरिंग, और प्रैक्टिकल सेफ्टी टिप्सDigiLocker


DigiLocker क्या है? (2 लाइन में)

  • ये सरकार का secure cloud प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ आपके डॉक्यूमेंट्स का डिजिटल वॉलेट बनता है—इश्युड e-Docs सीधे विभाग/बोर्ड से आते हैं और कानूनी तौर पर वैध होते हैं। DigiLocker+1
  • लॉगइन मोबाइल OTP + PIN/पासवर्ड से होता है; अकाउंट में issued docs और uploaded docs दो सेक्शन होते हैं। DigiLocker

UPI Lite vs UPI Lite X (2025): क्या फर्क है, किसे चुनें, कैसे सेट-अप करें? Limits, Charges, Safety पूरा गाइड


Issued vs Uploaded: फर्क क्या है?

  • Issued Documents: ये e-Docs सीधे बोर्ड/डिपार्टमेंट (जैसे CBSE, Transport Dept.) से आपके DigiLocker में पुल/इश्यू होते हैं—ये digitally signed होते हैं और ऑनलाइन वेरिफ़ाई हो सकते हैं (कई जगहों पर प्रिंट की ज़रूरत नहीं रहती)। DigiLocker+1
  • Uploaded Documents: ये वो स्कैन/फोटो-PDF हैं जो आप खुद अपलोड करते हैं—reference के काम आते हैं पर हर संस्था इन्हें issued docs जितना वेटेज नहीं देती। (सपोर्टेड फॉर्मैट आमतौर पर PDF/JPEG/PNG होते हैं—अपलोड सीमाएँ ऐप/वेब के हिसाब से बदल सकती हैं)। Fi.Money

अकाउंट बनाना/लॉगइन: 5 मिनट सेटअप

  1. Sign Up/Login: DigiLocker ऐप/वेबसाइट खोलें → मोबाइल नंबर डालें → OTP। (पहली बार पर प्रोफाइल डिटेल्स भरें) DigiLocker
  2. Security PIN/Password: 6-digit सुरक्षा PIN/पासवर्ड सेट करें, जिससे अगली बार आसान लॉगइन हो।
  3. Aadhaar Linking (ऑप्शनल पर फ़ायदेमंद): future में issued docs pull करना और eKYC आसान हो जाता है।
  4. Recovery: ईमेल/Alt नंबर जोड़ें; recovery codes/backup options संभाल कर रखें (फ़िशिंग से सावधान)।

Pro Tip: लॉगइन करते हुए किसी के साथ स्क्रीन शेयर/अनजाने लिंक पर क्लिक न करें। (UPI-जैसी फ़िशिंग ट्रिक्स यहाँ भी चलती हैं—सावधानी जरूरी।)


CBSE Marksheet/Certificate कैसे जोड़ें (Issued Pull)

  • DigiLocker में Search Issuer/“Education” चुनें → CBSE खोजें → “Pull Documents” → Exam year/roll नंबर/other fields भरें → Fetch/Issue
  • डॉक्यूमेंट Issued सेक्शन में आ जाएगा, जिसे QR/लिंक से वेरिफ़ाई कराया जा सकता है। (CBSE ने छात्रों के लिए 6-digit access code जैसा ऑनबोर्डिंग प्रोसेस भी लागू किया है, जिससे रिज़ल्ट/डॉक्स एक्सेस स्मूद रहता है।) The Times of India

Driving Licence (DL)/RC कैसे जोड़ें

Method A: Issued Docs (Pull from Issuer)

  • “Search Documents/Issuer” में Transport Dept/Parivahan services ढूँढें → DL/RC के लिए मांगी गई डीटेल्स डालें → Pull/Issue

Method B: Upload (यदि Issuer से नहीं मिल रहा)

  • “Uploaded Documents” → Upload → स्कैन की हुई साफ़ PDF/JPEG/PNG अपलोड करें → Document type/नाम ठीक लिखें।
  • ध्यान रखें, Uploaded डॉक्यूमेंट का वज़न Issued जितना नहीं होता; जहाँ संभव हो Issued बेहतर है। ACKO+2Digit Insurance+2

Share Code/QR से सुरक्षित शेयरिंग कैसे करें

  • Share Code (Aadhaar Offline eKYC):
    • myAadhaar पोर्टल/mAadhaar ऐप से Offline eKYC ZIP डाउनलोड करें; आप अपना पासवर्ड/Share Code सेट करते हैं।
    • सर्विस प्रोवाइडर उस ZIP को आपके दिए Share Code से खोलता है; XML में आपकी बेसिक KYC डीटेल्स होती हैं (Mobile/Email hashed) — इससे फिज़िकल फोटोकॉपी की ज़रूरत घटती है। UIDAI+1
  • DigiLocker Document Sharing (Link/QR):
    • Issued e-Doc के View/Details में Share/QR ऑप्शन मिलता है; रिसीवर लिंक/QR से authenticity verify कर सकता है—tamper-evident, legally valid. (कुछ ऐप/पोर्टल्स में secure link/QR के ज़रिए कंट्रोल्ड एक्सेस भी मिलता है।) DigiLocker+1

कौन–कौन से डॉक्यूमेंट आमतौर पर मिल जाते हैं?

  • एजुकेशन: CBSE/State boards के सर्टिफिकेट, यूनिवर्सिटी डिग्री (जहाँ इंटीग्रेशन उपलब्ध)।
  • Transport: DL/RC, Insurance (इश्युअर्स के साथ इंटीग्रेशन पर निर्भर)।
  • ID/Other: Aadhaar-linked eKYC/Offline XML, Insurance पॉलिसी, कुछ शहरों के birth/death certificates इत्यादि।

उपलब्धता इश्यूअर इंटीग्रेशन पर डिपेंड करती है, इसलिए “Search Issuer/Document” में पहले चेक करें। DigiLocker

LDA अनंत नगर (मोहान रोड): लॉटरी के बाद 10 ज़रूरी कदम—डॉक्यूमेंट, पेमेंट, NOC, रजिस्ट्री और पजेशन (फुल गाइड)


सुरक्षा: 10 गोल्डन रूल्स (Real-life friendly)

  1. Official ऐप/साइट ही यूज़ करें; फेक ऐप/फिशिंग लिंक से बचें।
  2. 6-digit PIN/strong password; OTP किसी से शेयर न करें।
  3. Recovery email/Alt number जोड़ें; device lost पर तुरंत logout all devices।
  4. App lock/Screen lock ऑन रखें; public Wi-Fi पर sensitive काम न करें।
  5. Share Code/QR सिर्फ भरोसेमंद रिसीवर को दें; WhatsApp groups में XML/ZIP मत फॉरवर्ड करें। UIDAI
  6. Uploaded docs में केवल वही रखें जो ज़रूरी हो; private IDs को open cloud links पर public न करें।
  7. Account alerts चेक करते रहें; suspicious activity दिखे तो पासवर्ड/ PIN बदलें।
  8. Device-level protection: OS/App अपडेट, trusted antivirus।
  9. Browser hygiene: केवल HTTPS, bookmark official links।
  10. Awareness: family को सिखाएँ—screen-share के दौरान PIN/OTP न दिखे।

common समस्याएँ और उनके समाधान

  • Issuer नहीं मिल रहा/डॉक्यूमेंट pull नहीं हो रहा: सही साल/रोल/डेटा एंट्री वेरिफ़ाई करें; कभी-कभी बोर्ड/विभाग की तरफ़ से इंटीग्रेशन अपडेट में देरी होती है—थोड़ा टाइम देकर फिर try करें।
  • Uploaded doc reject हो गया: फ़ाइल unreadable/blur है; PDF/JPEG/PNG में साफ़ स्कैन दोबारा अपलोड करें; सही document type/tag चुनें। Fi.Money
  • KYC के लिए Aadhaar photocopy माँगी जा रही है: कई जगह Offline eKYC XML/QR स्वीकार किया जाता है—Share Code देकर digital तरीके से KYC कराएँ; आने वाले महीनों में QR-based ऐप वेरिफ़िकेशन और आसान हो सकता है (UIDAI updates). The Economic Times+1

झटपट सार (Key Takeaways)

  • Issued > Uploaded: जहाँ संभव हो Issued e-Docs पुल करें—digitally signed & verifiableDigiLocker
  • Share Smart: Aadhaar Offline eKYC ZIP + Share Code से सुरक्षित KYC—फिज़िकल कॉपी की झंझट कम। UIDAI
  • Safety First: PIN/OTP किसी से शेयर नहीं; सिर्फ official ऐप/साइट; QR/Share Code सोच–समझकर दें।
  • Practical Flow: CBSE/Board सर्टिफिकेट → DL/RC → Insurance → Address/ID eKYC—सब एक ही वॉलेट में।

FAQs

1) क्या DigiLocker के Issued डॉक्यूमेंट कानूनी रूप से वैध हैं?
हाँ, डिजिटल रूप में issued e-docs मान्य हैं और कई संस्थाएँ इन्हें इलेक्ट्रॉनिक वेरिफ़िकेशन के साथ स्वीकार करती हैं। प्रिंट की ज़रूरत अक्सर नहीं रहती। DigiLocker

2) Uploaded डॉक्यूमेंट हर जगह चलेंगे?
Uploaded फाइलें reference के काम आती हैं; लेकिन official verification में issued e-Docs को प्राथमिकता मिलती है। DigiLocker

3) Aadhaar Offline eKYC में Share Code क्या है?
आपके द्वारा सेट किया गया पासवर्ड जो eKYC ZIP खोलने के लिए सर्विस प्रोवाइडर यूज़ करता है—यही आपकी कंट्रोल की चाबी है, इसे public में कभी शेयर न करें। UIDAI+1

4) DL/RC नहीं मिल रहा—क्या करूँ?
पहले Issuer से pull ट्राई करें; न मिले तो high-quality scan Uploaded में जोड़िए। टाइम–टू–टाइम issuer integrations अपडेट होते रहते हैं। ACKO

5) क्या QR/Link से सामने वाला असलियत verify कर सकता है?
हाँ, Issued e-Docs को DigiLocker/issuer backend से tamper-evident तरीके से verify किया जा सकता है। कुछ ऐप्स secure link/QR भी देते हैं। www.bajajfinserv.in


महत्वपूर्ण लिंक्स(authoritative References

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top