भारत सरकार 2025 तक पेट्रोल में 20% एथनॉल मिश्रण (E20) अनिवार्य करने की योजना चला रही है। यह कदम कागज़ पर पर्यावरण और आयात बचत के लिए अच्छा दिखता है, लेकिन आम जनता और वाहन उद्योग पर इसके कई गंभीर सवाल उठते हैं।
एथनॉल (Ethanol) क्या है? उपयोग, फायदे और नुकसान
1. जनता पर बोझ क्यों?
विषयसूची
- भारत की करोड़ों गाड़ियाँ अभी भी E20 कम्पैटिबल नहीं हैं।
- पुराने इंजन पर E20 का असर पड़ सकता है – माइलेज कम होना, इंजन की लाइफ घट जाना।
- इसका सीधा मतलब है कि आम जनता को नई गाड़ियाँ खरीदनी पड़ सकती हैं या महँगी रिपेयरिंग करानी पड़ सकती है।
👉 सवाल: क्या सरकार ने पहले पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर और लोगों को समय दिया है?
2. एथनॉल सप्लाई चेन कौन चला रहा है?
एथनॉल ज़्यादातर गन्ना मिलों और शुगर इंडस्ट्री से आता है।
- भारत में गन्ना उद्योग पहले से ही राजनीतिक रूप से बहुत प्रभावशाली रहा है।
- कई बड़े नेताओं के परिवार और रिश्तेदार शुगर मिलों और डिस्टिलरी (Ethanol Plant) से जुड़े हैं।
- इसी वजह से यह सवाल उठता है कि क्या यह नीति जनता और पर्यावरण के लिए है या फिर कुछ बड़े उद्योगपतियों और राजनीतिक घरानों को सीधा फ़ायदा पहुँचाने के लिए?

3. क्या यह राष्ट्रहित है या लाभ का खेल?
सरकार का पक्ष:
- तेल आयात पर निर्भरता घटेगी।
- किसानों को गन्ना बेचने पर सीधा लाभ होगा।
- प्रदूषण कम होगा।
जनता के सवाल:
- क्या आम आदमी की गाड़ी का इंजन E20 झेल पाएगा?
- क्या पेट्रोल पंप पर अलग-अलग ईंधन विकल्प मिलेंगे?
- क्या गन्ना खेती के कारण पानी की कमी और खाद्य सुरक्षा पर खतरा नहीं होगा?
- क्या कुछ चुनिंदा शुगर मिल मालिक ही सबसे बड़ा लाभ नहीं ले जाएँगे?
4. पारदर्शिता की कमी
- इस नीति पर पब्लिक डिबेट कम हुआ है।
- गाड़ी निर्माताओं और आम लोगों को पर्याप्त तैयारी का समय नहीं दिया गया।
- यह स्पष्ट नहीं है कि कौन-सी कंपनियाँ सरकार को एथनॉल बेच रही हैं और किस शर्त पर।
👉 ऐसे में लोगों के मन में शक होना स्वाभाविक है।
निष्कर्ष: जनता या उद्योग?
E20 योजना कागज़ पर सही लगती है, लेकिन इसका असली असर जनता पर पड़ेगा।
- नई गाड़ियाँ खरीदने का दबाव।
- गन्ना उद्योग और उससे जुड़े बड़े लोगों को लाभ।
- पारदर्शिता की कमी से सवाल और गहरे हो जाते हैं।
जब तक सरकार यह साफ नहीं करती कि कौन-सी कंपनियाँ और किस दर पर एथनॉल बेच रही हैं, तब तक जनता के मन में यह सवाल रहेगा –
👉 क्या यह कदम सच में राष्ट्रहित में है या फिर कुछ खास लोगों के लिए?