केंद्र सरकार द्वारा देश के प्रत्येक विवाहित जोड़े के लिए अपनी शादी को पंजीकृत करना और विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी दिशा में पंजाब सरकार ने पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट (Punjab Marriage Certificate) नाम से एक सर्विस भी शुरू की है, जिसके जरिए राज्य के नवविवाहित जोड़े अपनी शादी के सबूत के तौर पर सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं। राज्य के इच्छुक जोड़े विवाह प्रमाण पत्र पंजाब के तहत ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करके अपनी शादी के 1 महीने बाद अपना विवाह प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 2022 के बारें में जानकारी देने के साथ ही आपको यहाँ पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट का उद्देश्य तथा लाभ और विशेषताओं के बारें में बताया जा रहा है।
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पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट क्या है (What is Punjab Marriage Certificate)
विषयसूची
पंजाब विवाह प्रमाणपत्र पंजाब राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसके तहत राज्य के विवाहित जोड़े को विवाह प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। विवाह प्रमाण पत्र एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो विवाह के प्रमाण के रूप में कार्य करता है और इस प्रमाण पत्र का उपयोग विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों जैसे आप्रवास, वीजा, पैन में नाम परिवर्तन आदि प्राप्त करने के लिए भी किया जा सकता है। राज्य सरकार द्वारा एक आधिकारिक पोर्टल शुरू किया गया है। राज्य के नागरिकों की सुविधा के लिए विवाह प्रमाणपत्र पंजाब ऑनलाइन उपलब्ध है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य के इच्छुक नागरिक पंजाब विवाह प्रमाण पत्र 2022 के लिए बिना किसी सरकारी कार्यालय में जाए आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- इस सुविधा के ऑनलाइन उपलब्ध होने से नागरिकों का समय और पैसा दोनों बचेगा और व्यवस्था में पारदर्शिता भी आएगी। आपको बता दें, कि यह प्रमाण पत्र नागरिकों को शादी के लिए पंजीकृत कराने के बाद प्रदान किया जाता है।
- इसके साथ ही नागरिकों को यह प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए शादी के 1 महीने बाद पंजीकरण कराना होगा। यदि किसी जोड़े को शादी के बाद अपना विवाह प्रमाण पत्र नहीं मिलता है, तो उस जोड़े को प्रति दिन 2 रुपये का जुर्माना देना होगा।
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पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट का उद्देश्य (Punjab Marriage Certificate Purpose)
राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए पंजाब विवाह प्रमाण पत्र का मुख्य उद्देश्य पंजाब के विवाहित जोड़ों को उनकी शादी के बाद विवाह प्रमाण पत्र प्रदान करना है। अब भारत में विवाहित जोड़ों के लिए विवाह प्रमाणपत्र प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया गया है, चाहे वे किसी भी धर्म या उम्र के हों। यह प्रमाण पत्र महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगा, जिसके माध्यम से महिलाओं को घरेलू हिंसा, बाल विवाह, विवाह में धोखाधड़ी, तलाक आदि जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। महिला आयोग द्वारा जारी विवाह प्रमाण पत्र की सहायता से महिलाओं पर अत्याचार को रोका जा सकेगा और उन्हें सामाजिक सुरक्षा भी मुहैया कराई जाएगी, साथ ही महिलाओं को न्याय भी मिलेगा।
पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट 2022 की मदद से राज्य के नागरिक अपनी मर्जी से अपनी शादी को ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्टर कर सकते हैं। इसके अलावा यदि नागरिक अपने विवाह प्रमाण पत्र के लिए पंजीकरण नहीं कराते हैं, तो उन्हें इसके लिए जुर्माना भरना होगा।
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पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट पंजीकरण अवधि (Punjab Marriage Certificate Registration Period)
पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट 2022 के तहत शादीशुदा जोड़ों को शादी का सर्टिफिकेट लेने के लिए शादी के 30 दिन बाद ही आवेदन करना होगा। यदि विवाहित जोड़ा विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन नहीं करता है, तो इस मामले में उन्हें जुर्माना भरना होगा। उन्हें यह जुर्माना 2 रुपये प्रतिदिन की दर से विवाह पंजीकरण अधिकारी को देना होगा।
पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट के लाभ और विशेषताएं (Punjab Marriage Certificate Benefits and Features)
- भारत सरकार द्वारा देश के सभी धर्मों के प्रत्येक विवाहित नागरिक के लिए विवाह के बाद विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया गया है।
- विवाह प्रमाणपत्र पंजाब पहल पंजाब राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसके तहत राज्य के विवाहित जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र बनवाने की सुविधा प्रदान की जाती है।
- यह प्रमाणपत्र विवाह के प्रमाण के रूप में कार्य करता है, जो एक आवश्यक कानूनी और सरकारी दस्तावेज है।
- इस दस्तावेज़ को प्राप्त करने के लिए राज्य के विवाहित जोड़ों को अपनी शादी के 1 महीने बाद आवेदन करना होगा।
- इस प्रमाण पत्र का उपयोग नागरिक विभिन्न प्रकार के आवश्यक सरकारी दस्तावेज बनाने के लिए भी कर सकता है, जैसे कि आप्रवास, वीजा, पासपोर्ट, पैन में नाम परिवर्तन आदि।
- यदि किसी शादीशुदा जोड़े को शादी के बाद शादी का सर्टिफिकेट नहीं मिलता है, तो उस कपल को 2 रुपये प्रतिदिन लेट फीस के रूप में जुर्माना भरना होगा।
- यह विवाह प्रमाण पत्र विवाह के प्रमाण के रूप में एक कानूनी दस्तावेज के रूप में कार्य करता है, जिसके माध्यम से विवाहित जोड़े के विवाह को कानूनी मान्यता मिलती है।
- पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट की मदद से राज्य के विवाहित जोड़े आसानी से बैंक में अपना संयुक्त खाता खोल सकते हैं।
- बाल विवाह को रोकने के लिए विवाह प्रमाणपत्र दस्तावेज का भी उपयोग किया जा सकता है।
- मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के दौरान अगर अधिकारी को पता चलता है कि कम उम्र में कानूनी रूप से आपकी शादी हो चुकी है तो आप सजा के पात्र होंगे।
- ऐसी इच्छुक विवाहित महिला जो विवाह के बाद अपना उपनाम बदलना चाहती है, इस प्रमाण पत्र का उपयोग करके अन्य दस्तावेजों में अपना नाम आसानी से बदल सकती है।
- अगर विवाहित महिला का पति दूसरे देश का निवासी है तो ऐसे में वह मैरिज सर्टिफिकेट की मदद से उस देश की नागरिकता प्राप्त कर सकती है।
- इसके साथ ही यदि विवाहित महिला के पति की शादी के बाद किसी कारण से मृत्यु हो जाती है, तो इस स्थिति में पत्नी को सभी कानूनी अधिकार मिल जाएंगे।
- इसके अलावा बाद में पति-पत्नी के बीच किसी प्रकार की परेशानी होने पर पत्नी को विवाह प्रमाण पत्र के माध्यम से मासिक भत्ता मिल सकता है।
- राज्य के नागरिकों की सुविधा के लिए पंजाब सरकार ने इस पहल से संबंधित एक आधिकारिक पोर्टल शुरू किया है।
- इस पोर्टल के माध्यम से, राज्य के इच्छुक नागरिक अपने विवाह प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन मोड में आवेदन कर सकते हैं।
- पंजाब विवाह प्रमाणपत्र ऑनलाइन उपलब्ध होने से नागरिकों को अब विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए किसी भी सरकारी कार्यालय या विभाग का दौरा करने की आवश्यकता नहीं होगी।
- विवाहित जोड़े अब घर बैठे विवाह प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बचेगा और साथ ही व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी।
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पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट पात्रता मानदंड (Punjab Marriage Certificate Eligibility Criteria)
किसी भी सरकारी कार्यक्रम या पहल के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को उस पहल से संबंधित कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है। इसी तरह पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए पंजाब विवाह प्रमाणपत्र 2022 के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदकों को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है, जो इस प्रकार है-
- पंजाब विवाह प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए, दूल्हा या दुल्हन या उनमें से एक पंजाब का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदकों को अपनी शादी के एक महीने बाद अपनी शादी का पंजीकरण कराना होगा।
- इस सर्टिफिकेट को हासिल करने के लिए दूल्हे की उम्र 21 साल या उससे अधिक और दुल्हन की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।
- अगर दूल्हा या दुल्हन में से कोई एक तलाकशुदा है, तो उनके लिए तलाक का प्रमाण पत्र देना अनिवार्य होगा।
- इसके साथ ही पुनर्विवाह की स्थिति में पति/पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र जमा करना आवश्यक होगा।
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पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट आवश्यक दस्तावेज़ (Punjab Marriage Certificate Required Documents)
राज्य के इच्छुक विवाहित जोड़े जो पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट 2022 पहल के तहत अपनी शादी का पंजीकरण करके विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें अप्लाई करते समय कुछ महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट्स जमा करने होंगे, जो इस प्रकार है-
- पति और पत्नी का आधार कार्ड
- पति और पत्नी दोनों की एक फोटो (शादी के समय)
- शादी का कार्ड
- पति और पत्नी पासपोर्ट साइज फोटो
- शादी के समय मौजूद दो गवाह और उनके बारे में पूरी जानकारी यानी उनका पहचान पत्र
- पति और पत्नी दोनों का एज सर्टिफिकेट
- आवासीय प्रमाण पत्र जहां लड़की पहले रहती थी
- यदि वधू विवाह के पश्चात अपना नाम परिवर्तित करना चाहती है तो अधिकारी द्वारा प्रमाणित प्रमाण पत्र
- विदेश (Abroad) में विवाहित होने पर विदेश के दूतावास (Embassy) द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र (No Objection Certificate)
- यदि दूल्हा-दुल्हन में से किसी का पहले भी तलाक हो चुका है, तो उन्हें सबसे पहले अपने तलाक के दस्तावेज लेने चाहिए
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पंजाब मैरिज सर्टिफिकेट ऑनलाइन अप्लाई कैसे करे (Punjab Marriage Certificate Online Apply in Hindi)
- सबसे पहले आपको पंजाब सरकार, भारत की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। अब आपकी स्क्रीन पर वेबसाइट का होम पेज दिखाई देगा।
- वेबसाइट के होमपेज पर आपको मेन्यू बार में दिए गए “ सर्विसेज ” के विकल्प पर क्लिक करना होगा । इसके बाद आपके सामने एक ड्रॉप डाउन बॉक्स खुलेगा।
- आपको इस ड्रॉप डाउन बॉक्स में दिए गए विकल्पों में से “ फॉर्म ” के विकल्प पर क्लिक करना होगा । अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।
- इस नए पेज पर आपको दिए गए विभिन्न फॉर्म के विकल्पों में से ‘विवाह प्रमाण पत्र’ के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपकी स्क्रीन पर विवाह प्रमाणपत्र आवेदन पत्र प्रदर्शित होगा। आपको इस आवेदन पत्र में पूछी गई सभी आवश्यक जानकारी का विवरण दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। अब आपको ‘सबमिट’ के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपका विवाह प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन सफलतापूर्वक हो जाएगा, जिसके बाद आप कुछ दिनों के बाद जिला अधिकारी से अपना विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
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