Jio और Airtel के 5G नेटवर्क में फ़ास्ट स्पीड किसकी होगी, यहाँ पढ़े पूरी डिटेल

आज के आधुनिक दौर में लगभग लोग स्मार्ट फोन यूज़ कर रहे है| यहाँ तक कि जो लोग अधिक पढ़े-लिखे नही है, वह भी एक ट्रेंड पर्सन की भांति स्मार्ट फोन चलते हुए नजर आते है| भारत में इन्टरनेट के उपयोग करनें वाले लोगो की संख्या बढ़ाने में रिलायंस जियो का अहम् रोल है| यदि हम वर्तमान समय की बात करे, तो इस समय 5G नेटवर्क को लेकर रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बीच एक नयी होड़ मची हुई है | दरअसल यह होड़ दोनों कम्पनियों में अपने-अपने नेटवर्क स्पीड को लेकर है | इस समय रिलायंस जियो और एयरटेल 5G नेटवर्क के ट्रायल में लगी हुई है| यहाँ सबसे खास बात यह है, कि दोनों ही कम्पनियां अपने 5G नेटवर्क को सबसे फ़ास्ट होनें का दावा कर रही है |  तो आईये जानते है, Jio और Airtel 5G नेटवर्क में फ़ास्ट स्पीड किसकी होगी ?

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5G के रोल आउट के लिए तैयारी (Preparing for Roll Out of 5G)

Jio और Airtel के 5G नेटवर्क में फ़ास्ट स्पीड किसकी होगी, इस बात को लेकर टेलिकॉम सेक्टर में काफी हलचल मची हुई है | 5G नेटवर्क को लेकर रिलायंस जियो और एयरटेल द्वारा बड़े ही जोर शोर से ट्रायल किया जा रहा है | हालाँकि जियो और एयरटेल दोनों कम्पनियों द्वारा 5G के लिए अलग-अलग प्रोसेस पर वर्क कर रही है | सबसे कहस बात यह है, कि दोनों की 5G  टेक्नोलॉजी में थोड़ा सा अंतर भी है । दरअसल रिलायंस जियो स्टैंड अलोन 5G नेटवर्क पर वर्क कर रहा है, जबकि एयरटेल नॉन स्टैंड अलोन 5G नेटवर्क पर वर्क कर रहा है |  

अभी कुछ समय पहले एयरटेल ने 4G हार्डवेयर सपोर्ट से नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क पर लो-बैंड 5G नेटवर्क का लाइव डेमो दिया था। दरअसल एयरटेल और एरिक्सन आपस में मिलकर 5G टेक्नोलॉजी को रोलआउट करने में लगे हुए है । जबकि रिलायंस जियो Qualcomm के साथ मिलकर 5G नेटवर्क को रोल आउट करनें में लगा हुआ है ।हालाँकि इन दोनों कम्पनियों में किस कम्पनी का 5G नेटवर्क ज्यादा फ़ास्ट होगा, इसके लिए सबसे पहले हमें इनमे इस्तेमाल होनें वाली टेक्नोलॉजी के बारे में जानना होगा |

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5G नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क क्या है (What is 5G Non Stand Alone Network)

जिस नेटवर्क को स्टैंड करनें के लिए 4G नेटवर्क की आवश्यकता होती है, यूज़ नॉन स्टैंड अलोन 5G नेटवर्क कहा जाता है| इसमें 4G LTE के EPC (Evolved Packet Core) को 5G टॉवर के न्यू रेडियो (NR) से कनेक्ट किया जाता है। इसका सीधा अर्थ यह है, कि  नॉन स्टैंड अलोन 5G टॉवर 4G के EPC पर वर्क करता है। इस प्रकार 5G कनेक्टिविटी प्रदान करता है ।

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नॉन स्टैंड 5G नेटवर्क क्या है (What is 5G Non Stand Network)

नॉन स्टैंड 5G नेटवर्क किसी स्थिति में 4G नेटवर्क के साथ वर्क नही करता है | इसका सीधा मतलब यह है, कि 5G का टॉवर 5G के EPC (Evolved Packet Core) पर आधारित होता है और यह 4G नेटवर्क से बिल्कुल अलग 5G नेटवर्क होता है । सबसे खास बात यह है, कि नॉन स्टैंड 5G नेटवर्क को डेवलप करनें में खर्च अधिक आता है|

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स्टैंड अलोन और नॉन स्टैंड अलोन में कौन बेस्ट (Best in Stand Alone and Non Stand Alone Network)

स्टैंड अलोन और नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क में यदि हम बात करे कि किसका नेटवर्क बेस्ट है, तो इस मामले में दोनों ही टेक्नोलॉजी हाई स्पीड इंटरनेट के लिए बेस्ट है| इन दोनों में अंतर सिर्फ यह है, कि रिलायंस जियो स्टैंड अलोन नेटवर्क पर वर्क कर रहा है और एयरटेल नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क को डेवलप करने में लगा हुआ है और इसे डेवलप करनें के पश्चात स्टैंड अलोन नेटवर्क पर शिफ्ट होगा।

ऐसे में यह दोनों ही नेटवर्क काफी अच्छा वर्क करेंगे और आगे आने वाले समय में एयरटेल भी स्टैंड अलोन नेटवर्क पर शिफ्ट हो जायेगा। टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) की तरफ से लो बैंड 5G, मिड-बैंड 5G और Sub 6-GHz 5G बैंड पर का किया जा रहा है। साथ ही कंपनी mmWave 5G बैंड पर काम किया जा रहा है, जो हाई स्पीड इंटरनेट के लिए जरूरी होता है। अब आप समझ गये होंगे कि Jio और Airtel के 5G नेटवर्क में फ़ास्ट स्पीड किसकी होगी|

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