ग्राम प्रधान बनना आसान काम नहीं है। इसके लिए सिर्फ जनता का भरोसा ही नहीं बल्कि क़ानून के कुछ नियम भी पूरे करने पड़ते हैं।
न्यूनतम उम्र
विषयसूची
ग्राम प्रधान चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार की उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए।
👉 यानी अगर आप 18 साल के हैं तो वोट डाल सकते हैं, लेकिन प्रधान बनने के लिए कम से कम 21 साल का होना जरूरी है।

शिक्षा की योग्यता
कुछ राज्यों में प्रधान बनने के लिए न्यूनतम शिक्षा तय की गई है।
- यूपी और बिहार में अभी ग्राम प्रधान के लिए कोई अनिवार्य डिग्री की शर्त नहीं है।
- लेकिन अगर आप पढ़े-लिखे हैं तो जनता का भरोसा जल्दी जीत लेते हैं।
👉 (Example: मान लीजिए गाँव में दो उम्मीदवार हैं – एक इंटर पास है और दूसरा बिल्कुल अनपढ़। लोग ज्यादातर पढ़े-लिखे उम्मीदवार को चुनना पसंद करते हैं ताकि सरकारी कागज़ी काम सही से हो सके।)

आरक्षण और जाति आधारित नियम
ग्राम प्रधान की सीटें रोटेशन के आधार पर आरक्षित होती हैं –
- महिलाओं के लिए सीट
- SC/ST उम्मीदवारों के लिए सीट
- OBC उम्मीदवारों के लिए सीट
👉 इसका मतलब यह है कि हर चुनाव में हर गाँव की सीट खुली (General) नहीं रहती।
जरूरी दस्तावेज़
नामांकन के समय उम्मीदवार को कुछ कागज़ जमा करने होते हैं:
- वोटर आईडी और आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र (अगर आरक्षित सीट है)
- शैक्षिक प्रमाण पत्र (जहाँ जरूरी हो)
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
👉 बिना कागज़ी कार्रवाई के प्रधान बनने का सपना अधूरा रह जाएगा।
कौन प्रधान चुनाव नहीं लड़ सकता?
- सरकारी कर्मचारी – सरकारी नौकरी वाला प्रधान चुनाव नहीं लड़ सकता।
- भ्रष्टाचार या अपराध में सज़ा पाए लोग – चुनाव से बाहर कर दिए जाते हैं।
- पंचायत का बकायेदार – जिसने पंचायत/सरकार का पैसा नहीं चुकाया।
- उम्र या दस्तावेज़ की कमी – अगर शर्तें पूरी न हों तो नामांकन खारिज हो जाता है।

महिला और युवा प्रधानों की बढ़ती भागीदारी
यूपी-बिहार के पंचायत चुनाव में अब महिलाओं और युवाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
- महिलाएँ अब सिर्फ प्रधान-पति (प्रधान का पति) के नाम से नहीं, बल्कि खुद काम करके पहचान बना रही हैं।
- युवा उम्मीदवार पढ़ाई के साथ-साथ गाँव को बदलने का सपना लेकर आते हैं।
👉 यही असली लोकतंत्र है – जहाँ हर किसी को मौका मिलता है।

संक्षेप में
ग्राम प्रधान बनने के लिए ज़रूरी बातें:
- कम से कम 21 साल की उम्र
- वोटर लिस्ट में नाम
- आवश्यक दस्तावेज़
- आरक्षण की शर्त पूरी करना (अगर सीट रिज़र्व है)
- भ्रष्टाचार/अपराध में शामिल न होना
❓FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
प्रश्न 1: क्या 12वीं पास होना जरूरी है?
👉 नहीं, लेकिन पढ़े-लिखे उम्मीदवार को प्राथमिकता मिलती है।
प्रश्न 2: क्या महिलाएँ हर सीट से प्रधान बन सकती हैं?
👉 नहीं, सिर्फ वही सीट जहाँ महिला आरक्षण है या खुली सीट (General) हो।
प्रश्न 3: क्या कोई बेरोज़गार भी प्रधान बन सकता है?
👉 हाँ, कोई भी योग्य ग्रामीण चुनाव लड़ सकता है।